
चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय (स्वशासी) में ‘राष्ट्रीय उद्यमिता पखवाड़ा के विशेष परिचर्चा का हुआ आयोजन

पामगढ़ 13 नवंबर 2025,
चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय (स्वशासी), पामगढ़ में इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के तत्वावधान में 9 से 23 नवम्बर के मध्य मनाए जा रहे राष्ट्रीय उद्यमिता पखवाड़े के अंतर्गत मंगलवार को एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में उद्यमिता, नवाचार तथा सृजनशील चिंतन की भावना को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक श्री विवेक जोगलेकर उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के चेयरमैन श्री वीरेन्द्र तिवारी ने की। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. वी. के. गुप्ता, आईआईसी उपाध्यक्ष डॉ. अशोक सिंह यादव तथा आईआईसी संयोजक डॉ. नरेंद्र नाथ गुरिया विशेष रूप से उपस्थित रहे। अपने स्वागत भाषण में डॉ. नरेंद्र नाथ गुरिया ने कहा कि “उद्यमिता केवल व्यवसाय आरंभ करने का साधन नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त माध्यम है।” मुख्य वक्ता श्री जोगलेकर ने विद्यार्थियों को उद्यमिता की व्यावहारिक समझ प्रदान करते हुए कहा कि “सफल उद्यमी वही होता है जो असफलता से भयभीत न होकर, प्रत्येक अनुभव से सीख लेकर आगे बढ़ता है।” इस अवसर पर संचालक श्री वीरेन्द्र तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभानी होगी। उद्यमिता, नवाचार और सृजनशीलता ही भविष्य के भारत की वास्तविक शक्ति हैं।” प्राचार्य डॉ. वी. के. गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “महाविद्यालय सदैव ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, नेतृत्व एवं रचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।” कार्यक्रम के सफल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन का कार्य सहायक प्राध्यापक श्री धनेश्वर सूर्यवंशी द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।







