
चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय (ऑटोनॉमस) के रासेयो इकाई के द्वारा राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया

पामगढ़ 01 अक्टूबर 2025,
चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय(ऑटोनॉमस) पामगढ़ के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर परिचर्चा एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.व्ही.के.गुप्ता, महाविद्यालय के संचालक श्री वीरेंद्र तिवारी वरिष्ठ प्राध्यापक श्री विवेक जोगलेकर, डॉ.वीणापाणी दुबे, श्रीमती शुभदा जोगलेकर और डॉ अशोक सिंह यादव उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ.व्ही.के. गुप्ता ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे। सरदार पटेल ‘भारत के लौह पुरुष’ के रूप में उस एकता के प्रतीक बने, जिसने आधुनिक भारत की नींव रखी। महाविद्यालय के संचालक श्री वीरेंद्र तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस का यह दिन महान व्यक्तित्व वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल को समर्पित है जिन्होंने बिखरे रियासतों के भारत को एक सूत्र में पिरोया। वरिष्ठ प्राध्यापक श्री विवेक जोगलेकर ने कहा कि सरदार पटेल की जयंती को 2014 में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत हुई। इसका उद्देश्य नागरिकों में राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। श्रीमती शुभदा जोगलेकर ने कहा कि आज जब सोशल मीडिया, राजनीति और विचारधाराएं लोगों को बांट रही हैं,राष्ट्रीय एकता दिवस हमें याद दिलाता है कि भारत की असली पहचान उसकी विविधता में निहित है यानी भाषा, संस्कृति, धर्म, परिधान सब अलग, लेकिन आत्मा एक। रासेयो कार्यक्रम अधिकारी संजय बघेल ने बताया कि आजादी के बाद भारत 562 रियासतों में बंटा था। ऐसे समय में, सरदार भाई पटेल ने अपनी अदम्य इच्छाशक्ति, राजनीतिक कुशलता और दृढ़ नेतृत्व से इन रियासतों का भारत संघ में विलय कराया। डॉ अशोक सिंह यादव ने कहा कि यह दिन हर भारतीय के भीतर यह भावना जगाता है कि हम सब मिलकर ही भारत हैं और एकता में ही शक्ति है। डॉ. वीणापाणि दुबे ने कहा कि उनके प्रयास से, हैदराबाद, जूनागढ़ और कश्मीर जैसी बड़ी रियासतों का भारत में एकीकरण संभव हुआ। उन्होंने “स्टेट्स रीऑर्गनाइजेशन कमेटी” की नींव रखी, जिससे भारत एक मज़बूत प्रशासनिक ढांचे में संगठित हुआ।तत्पश्चात महाविद्यालय के स्टाफ,रासेयो स्वयं सेवक और महाविद्यालय के अन्य छात्र छात्राओं के द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों को आत्मसात करने और उनके आदर्शों पर चलने हेतु शपथ लिया गया।कार्यक्रम का संचालन रसायन शास्त्र के सहायक प्राध्यापक ऋषभदेव पाण्डेय ने किया और अतिथियों का धन्यवाद और आभार प्रदर्शन रासेयो.स्वयं सेवक निधि देवदास और अंजली कश्यप ने किया।इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त स्टाफ,राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवक व अन्य छात्र छात्राएं उपस्थित थे।







