क्राइम, थ्रिल से भरपूर है ‘जामताड़ा -2’ , नए सीजन में दिखे कई नए घोटाले
Jamtara 2
सस्पेंस, क्राइम, थ्रिल से भरपूर है ‘जामताड़ा -2’ , नए सीजन में दिखे कई नए घोटाले
Rating : 4
Cast : अमित सियाल(Amit Sial) , दिब्येंदु भट्टाचार्य ( Dibyendu Bhattacharya) , अक्ष परधासानी ( Aksha Pardasany) , स्पर्श श्रीवास्तव (Sparsh Shrivastav), मोनिका पंवार (Monika Panwar)
Director: सौमेंद्र पाधी (Soumendra Padhi)
मोस्ट पॉपुलर वेब सीरीज ‘जामताड़ा’ का दूसरा सीज़न नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हो चूका है दर्शक लगातार इसका इंतज़ार कर रहे थे और अब आखिरकार ये इंतज़ार भी खत्म हो चूका है , एक बार फिर से वेब सीरीज जामताड़ा- सबका नंबर आएगा सीजन 2 लोगों के होश उड़ाने आ गया है. जामताड़ा का पहला पार्ट काफी पॉपुलर हुआ था और लोगों ने इसे काफी पसन्द किया था. जिसके 2 साल बाद आखिरकार दूसरा सीज़न आया , फिल्म में स्पर्श श्रीवास्तव, अंशुमान पुष्कर, अक्षा परदसानी, दिव्येंदु भट्टाचार्य, अमित सियाल, मोनिका पंवार, पूजा झा अहम किरदार में है. इसके निर्देशक सौमेंद्र पाधी है और इसे त्रिशांत श्रीवास्तव ने लिखा है
कहानी –
जामतारा सीज़न 2 में साइबर क्राइम की असली घटनाएं फिर देखने को मिलेंगी। ये स्कूल छोड़ने वाले उन युवाओं की कहानी बताती है जो एक फिशिंग घोटाले को अंजाम देते हैं। इस स्कैम में पुलिस और राजनीति की भूमिकाओं को भी सीरीज में रेखांकित किया गया है इस सीरीज में दिखाया गया है कि एक सामान्य लगने वाली कॉल किस तरह लोगों को कंगाल बना सकती है। इस सीरीज में सनी (स्पर्श श्रीवास्तव), गुड़िया (मोनिका पंवार) और रॉकी (अंशुमान पुष्कर) के महत्वपूर्ण किरदार हैं तो कहीं ना कहीं इस घोटाले से ताल्लुक रखते हैं।
एक्टिंग –
‘जामताड़ा’ को देश ही नहीं दुनियाभर में भी खूब पसंद किया गया , इस सीरीज में कोई ए लिस्टर एक्टर नहीं था न ही कोई मेगा बजट था, मगर कहानी और अदाकारी इतनी दमदार थी कि लोगों के रोंगटे खड़े हो गए , पहले सीज़न की तरह दूसरे सीज़न में भी अदाकारों ने अपनी अदाकारी के पुरे ज़ोहर दिखाए , अमित सियाल से लेकर मोनिका पवार तक हर किसी की अदाकारी को दर्शकों ने खूब सराहा , इस बार के सीज़न में बड़े छोटे के बीच की लड़ाई भी देखने को मिली
रिव्यू –
‘जामताड़ा’ के दो साल बाद सीजन 2 रिलीज हुआ है।, ‘जामताड़ा’ का दूसरा सीजन पहले के मुकाबले अधिक प्रभावशाली घटनाओं, परिणामों, प्रभावों और गति के साथ बड़ा और बेहतर है . इस इसमें दिखाया गया है कि कैसे साइबर अपराध के साथ राजनीति की जुगलबंदी होती है, कैसे राजनेता के संरक्षण में जामताड़ा के नौजवान नए-नए तरकीबों के जरिए फिशिंग की घटना को अंजाम देते हैं, कैसे देश के हजारों लोगों को करोड़ों का चूना लगाते हैं. नए सीजन में जरायम की इस दुनिया में स्कूली छात्रों को भी शामिल कर लिया गया है. उनके साथ इस संगठित अपराध को अंजाम दिया जा रहा है. ये सीजन केवल रोमांचित ही नहीं बल्कि लोगों को सोचने पर मजबूर करता है।