



भारतमाला फोर लेन रोड से चोरी का लोहा सरिया चुराने वाले 04 आरोपियों को पुलिस ने दबोचा
आरोपियो को कोरबी रोड संराईश्रृंगार पर घेरा बंदी कर पकड़ा गया
विशेष पुलिस टीम एवं बलौदा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही
आरोपीगण चोरी का लोहा बेचने के फिराक में थे
आरोपियो के कब्जे से 14 नग लोहे का सरिया वजन करीबन 80 कि.ग्रा. किया गया बरामद
घटना में प्रयुक्त पीकअप बेलेरो भी किया गया बरामद
आरोपी सुमित जांगड़े, निलेश जांगडे, भूषण कुमार जांगडे एवं गुलशन कुमार जांगडे के विरूद्ध धारा 41 (1.4) जा. फौ/379 भादवि के तहत की गई कार्यवाही

जांजगीर चांपा । विशेष पुलिस टीम एवं बलौदा पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि सराईश्रृंगार कोरबी मोड़ के पास एक वाहन पीकअप बोलेरो क. सी. जी. 11 ए.ई. 9795 में कुछ व्यक्ति चोरी का लोहे का सरिया लेकर बिक्री हेतु जा रहे है जिस पर तत्काल संयुक्त टीम द्वारा घेरा बंदी कर उक्त वाहन को रोका गया। पीकअप बोलेरो वाहन में चालक ड्राईवर सीट पर बैठा था एंव उसके तीन अन्य साथी पीकअप के पीछे डाला में बैठे थे जिसमें लोहे का सरिया रखे हुये थे। उक्त चारों व्यक्तियों से पूछताछ करने पर अपना नाम सुमित जांगडे, निलेश जांगडे, भूषण कुमार जांगडे एवं आर्य देव रत्न उर्फ गुलशन कुमार जांगड़े बताये जिनसे लोहे के सरिया के बारे में पुछताछ किसी प्रकार का कोई कागजात नही होना बताया गया। आरोपी चालक द्वारा अपने मेमोरण्डम कथन में बताये कि उक्त लोहे की सरिया को चारो मिलकर कोरबी प्रस्तावित फोरलेन रोड के पास से चुराये थे जिसे हिस्सा बटवार कर अपने अपने हिस्सा का वाहन पीकअप बोलेरों में बिक्री हेतु ले जा रहे थे। आरोपियो के कब्जे से लोहे का सरिया कुल 14 नग करीबन 80 कि.ग्रा. एवं आरोपी वाहन चालक से एक सफेद रंग की बोलेरो मेक्सीट्रक प्लस क. क. सी.जी. 11 ए.ई. 9795 किमती करीबन 3,50000/ रुपये बरामद किया गया।
जिस पर आरोपी (1) सुमित जांगडे उम्र 33 वर्ष (2) निलेश जांगडे उम्र 19 वर्ष (3) भूषण कुमार जांगडे उम्र 18 वर्ष (4) आर्य देव रत्न उर्फ गुलशनकुमार जांगडे पिता रामस्वरू उम्र 19 वर्ष सभी निवासी कोरबी के विरुद्ध धारा 41 (1-4) / जा.फौ.379 भादवि के तहत कार्यवाही करते हुऐ दिनाँक 04.03.23 को न्यायिक रिमांड में भेजा गया।
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक कामिल हक, उनि गोपाल सतपथी, सउनि कृष्ण पाल कंवर, प्र.आर. शरीफुदीन खान, बलबीर सिंह, आर, विरेन्द्र टण्डन, संतोष रात्रे, श्यामभूषण, लखेश विश्वकर्मा युवराज सिंह, देवराज लसार एवं शाहबाज का सराहनीय योगदान रहा।