



अक्षर संस्था के द्वारा सतनाम भवन में शिक्षा के अग्रदूत महामानव ज्योतिबा फुले का जन्म दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
पामगढ़। अक्षर संस्था पामगढ़ के द्वारा सतनाम भवन प्रांगण में शिक्षा के अग्रदूत महामानव ज्योतिबा फुले का जन्म दिवस मनाया गया, कार्यक्रम में उपस्थित डायरेक्टर चंद्रकुमारी लहरें ने कहा कि ज्योतिबा फुलेजी सत्यशोधक समाज के संस्थापक थे,स्त्री शिक्षा के प्रबल समर्थक, पाखंडवाद,अंधविश्वास,रूढ़िवादी परंपराओं के घोर विरोधी थे एवं शिक्षा को सभी तक पहुंचाने के लिए उस दंपति ने बहुत संघर्ष किया आज हम यहां तक हैं वह महापुरुषों की देन हैं,साथ ही बाबा साहब अंबेडकर के कुछ विचारों को रखते हुए कहा कि (शिक्षा साहित्य ही हमें आगे लेकर जायेगी,शिक्षा जितनी पुरुषों के लिए आवश्यक है उतनी ही महिलाओं के लिए हैं) वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता विभीषण पात्रे ने कहा की उनके कारवां को हमें आगे गांव-गांव तक लेकर जाना है,कार्यक्रम के इस अवसर पर धनंजय अनुपम ने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि समाज में हर तपके के लोगो को शिक्षा जरूरी है,कार्यक्रम में प्रियंका खरे दुर्गेश्वरी टंडन,विजय मल्होत्रा आमना बेगम,शर्मिष्ठा देव, सहेत्तरीन देवांगन,राजाराम कश्यप,कौशल अनंत,रंजना टंडन, मालिकराम,गंगाराम,इंदिरा पटेल,संतोषी,शालेंद्री, छाया,मुखीराम निषाद,यूनिशा टंडन सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला,पुरुष उपस्थित रहे
