



कोटमी सोनार के जोगिया तलाब में मिला मगरमच्छ का बच्चा ग्रामीणों ने किया मगरमच्छ को संरक्षित करने की मांग
संवाददाता:- सुबोध थवाईत
कोटमी सोनार। प्रदेश का पहला क्रोकोडायल पार्क जांजगीर चम्पा जिले के ग्राम कोटमी सोनार में स्थित है ग्राम कोटमी सोनार में दर्जनों से अधिक तलाब है यहां ग्रामीण अपने दैनिक दिनचर्या का निस्तार करते है जबकि वन विभाग द्वारा गांवों के तालाबो से मगरमच्छ को संरक्षित किये है परन्तु आज भी बड़ी संख्या में मगरमच्छ तालाबो में विचरण कर रहे है। ग्रामीणों को तलाब नहरों में छोटे बड़े मगरमच्छ मिलते ही रहते है जिससे ग्रामीणों में दहशत बना रहता हैं ग्रामीण जान जोखिम में डालकर अपने दैनिक दिनचर्या को सम्पन्न करते हैं जबकि वन विभाग को जानकारी होते हुए भी कोटमी सोनार के तालाबो से मगरमच्छ को संरक्षित करने कोई पहल नही किया जा रहा हैं। ग्रामवशियो ने बताया कि बंधवा तलाब, जगात तलाब,जोगिया तलाब ,बंधान तलाब ,नया तलाब सहित अन्य तालाबो में मगरमच्छ दिखते हैं।
कोटमी सोनार के जोगिया तलाब से लगभग तीन फिट का मगरमच्छ को पकड़कर सीताराम बाबा द्वारा वन विभाग को सौपा कर क्रोकोडायल पार्क में छोड़ा गया है।ऐसे ही मगरमच्छ खेत नहर सड़क में मगरमच्छ के बच्चों की मिलने की खबर मिलते ही रहता है। क्रोकोडायल पार्क में लगभग चार सौ से अधिक मगरमच्छ की संख्या पहुच गई हैं ।
ग्रामीणों जान जोखिम में डाल पकड़ते है मगरमच्छ के बच्चे।ग्रामीणों को कुछ साल पहले मगरमच्छ पकड़ने पर वन विभाग द्वरा कुछ निर्धारित राशि दी जाती थी जिसे अब बन्द कर दिया गया है जिसे ग्रामीणों ने पुनः प्रारभ करने की मांग वन विभाग से किये हैं।
