



नव साक्षरो को साक्षर बनाने स्वयंसेवी शिक्षको को दिया गया उल्लास प्रशिक्षण
पामगढ़ 04 सितंबर 2024,
संकुल केंद्र मुड़पार ब में उल्लास कार्यक्रम के अंतर्गत वालेंटियर टीचर के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें संकुल के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों के वालेंटियर शिक्षक शामिल हुए प्रशिक्षण में ब्लाक नोडल सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी राकेश सोनी के द्वारा इस योजना का उद्देश्य बताते हुए कहा गया कि नवसाक्षरो में न केवल आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान प्रदान करना है। बल्कि 21वीं सदी के नागरिकों के लिए आवश्यक अन्य घटकों को भी शामिल करना है। जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल, स्वास्थ्य देखभाल, और जागरूकता उत्पन्न करना यह कार्यक्रम लोगों को सशक्त और स्वतंत्र बनाती हैं। साक्षरता क्षमताओं का विस्तार करके जीवन को बेहतर बनाती हैं जो बदले में गरीबी को कम करती हैं। श्रम बाजार में भागीदारी बढ़ाती है स्वास्थ्य और सतत विकास पर सकारात्मक प्रभाव इससे विकसित होता हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुसार, भारत सरकार ने 2022-2027 तक पाँच साल की अवधि के लिए न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम नामक एक केंद्र प्रायोजित योजना शुरू की है, जिसे लोकप्रिय रूप से ‘उल्लास’ (समाज में सभी के लिए आजीवन सीखने की समझ) के रूप में जाना जाता है। इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वयस्कों को सशक्त बनाना है, जिन्हें खुद को शिक्षित करने का अवसर नहीं मिला है, और उन्हें देश के विकास में योगदान करने में सक्षम बनाना है इसी क्रम में प्रशिक्षण में उपस्थित एबीईओ सुचिता भोसले ने स्वयं सेवी शिक्षको को अपने उद्बोधन में प्रोत्साहित करते हुए कहा की आपका कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है जो लोगो को उनके जीवन कौशल की समझ से समृद्ध करता है। इस योजना को स्वैच्छिकता, सामाजिक जिम्मेदारी और कर्तव्यबोध की भावना को बढ़ावा देने के माध्यम से लागू किया जा रहा है। तथा शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने का प्रयास किया जा रहा है उन्होंने सभी स्वयंसेवी शिक्षको को शुभकामनाएं प्रेषित की, हाई स्कूल मुड़पार ब के प्रभारी प्राचार्य सेवकराम राठौर ने उल्लास कार्यक्रम पर कहा की यह योजना एक साक्षरता कार्यक्रम से कहीं बढ़कर है, यह एक आंदोलन है। एक उज्ज्वल भविष्य और सशक्त नागरिकों की ओर एक अभियान है। साक्षरता एक मौलिक मानव अधिकार है और इस अधिकार को सभी के लिए सुलभ बनाने का कार्य आप सभी वॉलिंटियर्स को करना है और एक उत्कृष्ट उल्लास केंद्र ली स्थापना करनी है जहां शिक्षार्थी न केवल पढ़ना और लिखना सीखेंगे , बल्कि अपने जीवन, अपनी आजीविका और अपने समुदायों में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में भी सक्षम होंगे, उनका पढ़ा गया प्रत्येक शब्द, गणना की गई प्रत्येक संख्या और समझा गया प्रत्येक विचार उन्हें उनके सपनों के एक कदम करीब लाता है प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में शैक्षिक समन्वय चंद्र मोहन तिवारी, चितेश शर्मा विभिन्न ग्रामों के ग्राम प्रभारी मनोज पटेल, जोईधाराम ताम्रकार, महेंद्र दिव्य , शंभू साहू, धनजय यादव, जितेंद्र तिवारी व विभिन्न ग्राम पंचायतों से आए हुए वॉलिंटियर्स टीचर शामिल हुए ।
