तैयबा चौक में गुरु घासीदास जयंती पर धर्मों का संगम
बिलासपुर 18/12/24 की शाम तैयबा चौक में गुरु घासीदास जयंती के पावन अवसर पर एक अद्वितीय दृश्य देखने को मिला। मुस्लिम समाज ने सतनामी समाज के पदाधिकारियों का धूमधाम से फूल मालाओं और आतिशबाजी के साथ स्वागत किया।
18 दिसंबर गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम में दोनों समुदायों के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के एवं यंग मोहम्मडन क्लब से खालिद खान जी, जावेद खान, आसिफ खान,सोहेल खान और शाहरुख अली,मिर्ज़ा आजम बेग,वजीर अली,मोहम्मद शकील,आरिफ काका,सैयद सुल्तान,इस्लाम खान,भैया भाई,राजन रिजवी,नफीस भाई,शोबि भाई, हाजी खालिद, नवाज़ गोल्डी,आरज़ू भाई,सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
सभी ने मिलकर गुरु घासीदास जी के जीवन और उपदेशों को याद किया। इस अवसर पर दोनों समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर भाईचारे का संदेश दिया।
सतनामी समाज के पदाधिकारियों ने मुस्लिम समुदाय के इस सत्कार के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि यह कार्यक्रम दोनों समुदायों के बीच एकता और सदभाव का प्रतीक है।
यंग मोहम्मडन क्लब के सरपरस्त खालिद खान जी ने कहा कि गुरु घासीदास जी ने सभी को एक समान मानने का संदेश दिया था मनखे मनखे एक समान का नारा दिया,और आज हम सब को उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए।
18 दिसंबर गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम के माध्यम से एक बार फिर यह साबित हुआ है कि धर्म के नाम पर लोगों को बांटा नहीं जा सकता। सभी धर्मों का मूल उद्देश्य मानवता की सेवा करना है।