बलौदा की पहाड़ियों पर स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच निर्माण से हरियाली और जल संरक्षण की ओर बढ़ते कदम

बलौदा की पहाड़ियों पर स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच निर्माण से हरियाली और जल संरक्षण की ओर बढ़ते कदम

मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत हेडसपुर के गोसाई पहाड़ में किया जा रहा निर्माण कार्य

 

 

जांजगीर-चांपा 04 जुलाई 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप जिले में “मोर गांव मोर पानी” अभियान के तहत विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी तारतम्य में कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे के निर्देशन एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गोकुल रावटे के मार्गदर्शन में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत जिले में जल संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन के कार्यों को प्राथमिकता से क्रियान्वित किया जा रहा है।
इसी क्रम में बलौदा विकासखंड की ग्राम पंचायत हेडसपुर के गोसाई पहाड़ में स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस कार्य के लिए 6 लाख 46 हजार 973 रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है, जिससे कुल 2,050 कंटूर ट्रेंच का निर्माण किया जा रहा है। कंटूर ट्रेंच एक प्रकार की जल संरक्षण तकनीक है, जिसमें ढलानदार भूमि पर वर्षा जल को बहने से रोकने के लिए समान ऊँचाई (कंटूर) पर खाइयाँ बनाई जाती हैं। जब बारिश होती है, तो पानी इन खाइयों में रुक जाता है, धीरे-धीरे जमीन में समा जाता है और भूजल स्तर में वृद्धि करता है। इसके निर्माण होने से भूमि कटाव को रोका जा सकता है, नमी संरक्षित रहती है, और आसपास हरियाली बढ़ती है। विशेष रूप से स्टेगर्ड ट्रेंच का मतलब है कि ये खाइयाँ ज़िगज़ैग तरीके से दूरी बनाए रखते हुए बनाई जाती हैं, जिससे पानी का प्रवाह और अवशोषण अधिक प्रभावी होता है। यह कार्य “मोर गांव मोर पानी” अभियान के तहत संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य है। प्रत्येक गांव में जल स्रोतों का पुनर्जीवन और जल आत्मनिर्भरता। स्थानीय मनरेगा श्रमिकों के माध्यम से यह निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। यह पहल सिर्फ रोजगार सृजन नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में पर्यावरणीय संतुलन और सतत विकास की दिशा में भी एक अहम कदम है।

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