चक्रधर संगीत समारोह में पिथौरा की राजनंदिनी पटनायक ने ओडिशी नृत्य कर पिथौरा का मान बढाया

चक्रधर संगीत समारोह में पिथौरा की राजनंदिनी पटनायक ने ओडिशी नृत्य कर पिथौरा का मान बढाया

 

 

पिथौरा। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में प्रख्यात चक्रधर संगीत समारोह वर्ष 2025 में आयोजित महोत्सव में पिथौरा निवासी रघुनंदन पटनायक एवं श्रीमति सुभाषिनी पटनायक की नातिन सुश्री राजनंदिनी पटनायक ने ओडिशी नृत्य कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दी। अपने ओडिशी नृत्य के शानदार नृत्यकला से नृत्य की अलग अलग भावभंगिमाओं और जीवंतता का प्रस्तुतिकरण कर अनुपम छटा बिखेर दी।

सुश्री राजनंदिनी पटनायक अपने गुरू सुश्री पूनम गुप्ता जी के मार्गदर्शन एवं निर्देशन से रायगढ़ में शानदार प्रस्तुति दी है। रायगढ़ के रामलीला मैदान में आयोजित हुए कार्यक्रम में ओडिशी नृत्य की नृत्यकला विधाओं का शानदार प्रस्तुतिकरण की। उक्त नृत्य प्रस्तुतिकरण से दर्शकों का मन मोह लिया।

चक्रधर संगीत समारोह से वापसी के दौरान हमारे प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए बताई की वह तीन वर्ष की उम्र से ओडिशी नृत्य का प्रशिक्षण आरंभ किया है। नृत्य कला की निपुणता और भावभंगिमा प्रदर्शन की शिक्षा विधिवत शैक्षणिक संस्थाओं के माध्यम से ग्रहण की है। वर्तमान में इन्दिराकला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से शिक्षा प्राप्त कर रही है। वर्ष 2019-20 में सीसी आरटी स्कॉलरशिप पाने वाली पहली ओडिशी नृत्यांगना है। जिसे अभी तक निरंतर स्कॉलरशिप प्राप्त हो रही है।

सुश्री राजनंदिनी पटनायक ने छत्तीसगढ़ के अलावा उत्तर प्रदेश, ओडिशा, असाम, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना के विविध महोत्सव में ओडिशी नृत्य का प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ राज्य मान बढ़ाया है। हाल ही में महासमुंद हासमुंद जिले के सिरपुर अंतराष्ट्रीय महोत्सव में भी सम्मानित किया गया है। विदित हो कि राजनंदिनी पटनायक पिथौरा के प्रतिष्ठित पटनायक परिवार से संबंध रखती है और वर्तमान में अपने पिता तरूण पटनायक एवं माता श्रीमति सपना पटनायक के संरक्षण में ओडिशी नृत्य की विशेषज्ञता हासिल कर रही है। राजनंदिनी के गौरवपूर्ण उपलब्धि पर पिथौरा अंचल में हर्ष और खुशी व्याप्त है।

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