



चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय में विश्व जल दिवस पर परिचर्चा का हुआ आयोजन
पामगढ़ 24 मार्च 2025,

चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय पामगढ़ में विश्व जल दिवस के अवसर पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संस्था के संचालक वीरेंद्र तिवारी एवं प्राचार्य डॉ वी के गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में कार्यक्रम में समन्वयक एवं रसायनशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक ऋषभ देव पाण्डेय ने विश्व जल दिवस 2025 की थीम ग्लेशियर संरक्षण के संबंध में जानकारी देते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य व रूपरेखा से सभा को अवगत कराया। कार्यक्रम को संबंधित करते हुए संस्था के संचालक वीरेंद्र तिवारी ने जल की कमी से जुड़ी वैश्विक चुनौतियों का उल्लेख करते हुए और जल संसाधनों को संरक्षित करने के लिए अभिनव समाधानों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने जागरूकता फैलाने और जल के संधारणीय उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठाने में छात्रों की भूमिका पर जोर दिया। संस्था के प्राचार्य डॉ वी के गुप्ता ने ग्लेशियर संरक्षण के महत्व और मीठे पानी की उपलब्धता पर इसके प्रत्यक्ष प्रभाव पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने छात्रों को जल संरक्षण के प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने और पर्यावरणीय संधारणीयता में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।वानिकी विभाग के सहायक प्रोफेसर आकाश कश्यप ने भी जल संरक्षण के महत्व पर अपने विचार साझा किए, इसे पारिस्थितिक संतुलन और जल गुणवत्ता के वैज्ञानिक पहलुओं से जोड़ा। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लेशियर पिघलने के प्रभाव पर विस्तार से बताया और इसके प्रभावों को कम करने के उपाय सुझाए। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने जल संरक्षण और सतत उपयोग के महत्व पर अपने विचार साझा करके कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने घटते जल स्रोतों के बारे में चिंता व्यक्त की और ग्लेशियरों को संरक्षित करने और जल गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अभिनव विचार प्रस्तुत किये। विचारशीलता एवं रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के लिए, “ग्लेशियर संरक्षण” विषय पर आधारित एक निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर प्रतियोगिता में भाग लिया। कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ निबंधों को पुरस्कृत किया गया। निबंध प्रतियोगिता में बी.एससी. द्वितीय सेमेस्टर की अंजू धीवर ने प्रथम स्थान बी.एससी. द्वितीय सेमेस्टर की खुशबु गुप्ता द्वितीय स्थान एवं बी.एससी. द्वितीय सेमेस्टर की ही छाया धीवर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन रसायनशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापक भावना पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम में संस्था के प्राध्यापकगण साहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।